tag:blogger.com,1999:blog-6086987112251334894.post6531438743520518717..comments2023-06-25T15:10:37.074+05:30Comments on पान की दुकान (Paan Ki Dukaan): चाचा की 'राज' नीतिविनीत खरेhttp://www.blogger.com/profile/16542905504675471929noreply@blogger.comBlogger3125tag:blogger.com,1999:blog-6086987112251334894.post-83112897677775470772008-03-15T21:34:00.000+05:302008-03-15T21:34:00.000+05:30राजनीति में मर्यादाएं विलुप्त होती जा रही है , सुन...राजनीति में मर्यादाएं विलुप्त होती जा रही है , सुन भाई चाचा ! अरे हाँ भतीजा !! वैसे आपके विचार सुंदर है !रवीन्द्र प्रभातhttps://www.blogger.com/profile/11471859655099784046noreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6086987112251334894.post-88567405172806589242008-03-06T10:05:00.000+05:302008-03-06T10:05:00.000+05:30प्रिय विनीत जी. आपकी इस पहल से लोगो को प्रेरणा ही ...प्रिय विनीत जी. आपकी इस पहल से लोगो को प्रेरणा ही नही सीख भी मिलेगी..लगे रहो......Anonymousnoreply@blogger.comtag:blogger.com,1999:blog-6086987112251334894.post-40312230611106773602008-03-06T02:14:00.000+05:302008-03-06T02:14:00.000+05:30क्या बात है विनीत जी,शुरूआत मे ही ऐसा धमाके वाला S...क्या बात है विनीत जी,<BR/><BR/>शुरूआत मे ही ऐसा धमाके वाला SMS! बेटे उध्दव पर भतीजा राज हावी होता दिखा। तो बाल ठाकरे भी बिहारियों के खिलाफ मैदान में उतर आए। शुरू में उध्दव ने बिहारियों का बचाव किया। पर मराठी राज के साथ जाने लगे। तो बाल ठाकरे ने कमान संभाली। अधिक जानकारी के लिये <A HREF="http://indiagatenews.com/bal-thakrey-becomes-aggresive-to-supress-nephews-influence/" REL="nofollow">यहाँ देखें</A>!Anonymousnoreply@blogger.com