Thursday, July 7, 2011

"लापता" की तलाश !



नाम:- "कछुआ प्रसाद" उर्फ़ "कछुआ चाचा"
उम्र:- ४५ साल लगभग
रंग: गेहुआ

यह आपको कही भी कछुए की चाल से चलते हुए पाए जा सकते है, ये "कभी कभी मिल भी जाते है और कभी कभी नहीं भी मिलते है". जिस किसी भी सज्जन को यह पुरुष मिले वह "लापतागंज" पंहुचाने का कृपया करे!

Saturday, April 9, 2011

देखो सीखो समझो !!!


ना भारत बंद, ना आगजनी, ना तोड़फोड़, ना रेल रोको,

तब भी हम जीत गए! .......... देखो सीखो समझो !!!


‎65 साल बाद भी आज भी शांति का रास्ता कारगर है

........ देखो सीखो समझो !!!


क्या कश्मीर मुद्दा, उत्तर भारतीयों का मुद्दा, जाट आरक्षण, गुज्जर आरक्षण,

हिंसक होने से हल हो गए क्या ? .............. देखो सीखो समझो !!!

Wednesday, January 19, 2011

एक चेहरे पर कई चेहरे सजा लेते हैं लोग

जब भी चाहें एक नई सूरत बना लेते हैं लोग
एक चेहरे पर कई चेहरे सजा लेते हैं लोग

मिल भी लेते हैं गले से अपने मतलब के लिए
आ पड़े मुश्किल तो नज़रें भी चुरा लेते हैं लोग

है बजा उनकी शिकायत लेकिन इसका क्या इलाज
बिजलियाँ खुद अपने गुलशन पर गिरा लेते हैं लोग

हो खुशी भी उनको हासिल ये ज़रूरी तो नहीं
गम छुपाने के लिए भी मुस्कुरा लेते हैं लोग

ये भी देखा है कि जब आ जाये गैरत का मुकाम
अपनी सूली अपने काँधे पर उठा लेते हैं लोग

क़तील शिफाई