Sunday, April 6, 2008

माइक्रोसाफ्ट की दादागिरी !

माइक्रोसाफ्ट कारपोरेशन ने याहू को धमकी दी है कि अगर वह तीन सप्ताह के भीतर उसके प्रस्तावित सौदे को नहीं मानता है तो वह उसका जबरन अधिग्रहण कर लेगा।

माइक्रोसाफ्ट के मुख्य कार्यकारी स्टीवन ए।बालमर ने शनिवार को याहू को लिखे एक पत्र में कहा कि हमसे बात न करके आप एक बहुत बड़े अवसर को गवां रहे हैं। याहू हमारे साथ सौदे को नकार कर अपने कर्मचारियों और शेयरधारकों को बहुत बड़े लाभ से वंचित कर रहा है।

पत्र के अनुसार, ‘अगर याहू का बोर्ड हमसे तीन सप्ताह के भीतर बात करने में असफल रहता है तो माइक्रोसाफ्ट इस प्रस्ताव को मजबूरन सीधे याहू के शेयरधारकों के पास ले जाएगी और याहू के निदेशक मंडल को बदलने का प्रस्ताव भी रख सकती है।’

जर्नल द वाल स्ट्रीट ने याहू कंपनी के एक नजदीकी के हवाले से बताया कि याहू बोर्ड माइक्रोसाफ्ट के पत्र की समीक्षा कर रहा है।

गौरतलब है कि याहू ने माइक्रोसाफ्ट का प्रस्ताव यह कहकर ठुकरा दिया था कि उन्हें प्रस्तावित सौदे से अधिक रकम की उम्मीद है।

उल्लेखनीय है कि माइक्रोसाफ्ट इसलिए भी याहू का अधिग्रहण करना चाहता है क्योंकि वह इस क्षेत्र में सर्च इंजिन गूगल से प्रतिस्पर्धा करना चाहता है और याहू इसके लिए सबसे उपयुक्त है क्योंकि इंटरनेट की दुनिया में उसकी एक पहचान है।
Source: Bhaskar

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