Tuesday, May 18, 2010

इतने बाज़ू उतने सर ! गीन ले दुश्मन ध्यान से ........ हारेगा वो हर बाज़ी जब खेले हम जी जान से ........ जी जान से!

2 comments:

kunwarji's said...

mast...

kunwar ji,

दिलीप said...

main azaad hun..achcha geet