भाई हमें हिन्दी को बढ़ाना है, उसे अधिक से अधिक लोगों से जोड़ना है। अंतर्जाल पर हिन्दी ब्लागिंग एक ऐसा ही प्रयास है। आप "थोड़ा हिन्दी जान लो भाई" के अंतर्गत इस तरह की हिन्दी देकर लोगों में हिन्दी के प्रति भय और वितृष्णा ही बढ़ाएंगे। इससे भाई हिन्दी को बढ़ावा नहीं मिलने वाला। इस तरह के व्यंग्य से हिन्दी को लाभ नहीं मिलने वाला, बुरा न माने कुछ सार्थक कीजिए।
8 comments:
अब ऐसे मजाक घटिया लगते हैं। जाने-अनजाने आप हिन्दी के विरुद्ध किये जा रहे इस तरह के षडयन्त्रों में सहभागी हो रहे हैं।
यदि दम हो तो कभी अंग्रेजी की पारिभाषिक शब्दावली का विश्लेषण कीजिये और समझने की कोशिश कीजिये कि वे कितने सार्थक हैं।
हास्य अच्छा है, पर आप अपनी हिन्दी थोडी सुधर लीजिये, ,, "थोड़ा हिन्दी जान लो भाई !!!" .. को अगर "थोड़ी हिन्दी जान लो भाई !!!" लिखते तो बेहतर होता..
एक बेहुदा मजाक, ऐसा शाहरूख व साजिद जैसे लोग करते है.
कितनी हीन भावना धंसी है आपमें जो अपनी मातृभाषा के साथ ये बेहूदगी आपको हास्य लगती है.
Behoodi harkat hai yeh.
भाई हमें हिन्दी को बढ़ाना है, उसे अधिक से अधिक लोगों से जोड़ना है। अंतर्जाल पर हिन्दी ब्लागिंग एक ऐसा ही प्रयास है। आप "थोड़ा हिन्दी जान लो भाई" के अंतर्गत इस तरह की हिन्दी देकर लोगों में हिन्दी के प्रति भय और वितृष्णा ही बढ़ाएंगे। इससे भाई हिन्दी को बढ़ावा नहीं मिलने वाला। इस तरह के व्यंग्य से हिन्दी को लाभ नहीं मिलने वाला, बुरा न माने कुछ सार्थक कीजिए।
isme koi burai tao nahin hai. hindi ke itihas par khoj kar len. tao behtar hoga.
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